著者名,書名,版表示,出版者名,出版年,シリーズ名,番号,ISBN,ISSN,URL "Jineśvarasūri, fl. and Jinavijaya, Muni","कथाकोषप्रकरण : प्राकृत भाषामय : स्वोपज्ञव्याख्या समवेत मूळ प्राकृत गाथाबद्ध तथा विविध कथानक संयुक्त; एवं सुविस्तृत हिन्दी प्रस्तावना, परिशिष्ट आदि समलंकृत",,"सिंघी जैनशास्त्र शिक्षापीठ, भारतीय विद्या भवन",1949,सिंघी जैन ग्रन्थमाला,,,,https://cir.nii.ac.jp/crid/1130000797419618560