著者名,書名,版表示,出版者名,出版年,シリーズ名,番号,ISBN,ISSN,URL "Bhadraṅkaravijaya, Muni and Surāṇā, Nainamala Vinayacandra and Prākr̥ta Bhāratī Akādamī","जिन-भक्ति : श्री सिद्धसेन दिवाकर-सिद्धर्षिगणि-हेमचन्द्राचार्यादि पूर्वाचार्यों द्वारा रचित ज्ञान, वैराग्य एवं भक्ति रस से परिपूर्ण नव स्तोत्रों का संकलन : हिन्दी अनुवाद एवं महिमा सहित",1. संस्करण,"प्राकृत भारती अकादमी,श्री जैन श्वे. नाकोड़ा पार्श्वनाथ तीर्थ,मोतिलाल बनारसीदास",1989,Prakrit Bharti series,,,,https://cir.nii.ac.jp/crid/1130282271678427776