著者名,書名,版表示,出版者名,出版年,シリーズ名,番号,ISBN,ISSN,URL "Mehta, Jarava Lal",कविकर्म और चिन्तन : सर्जना के दो आयाम,1. संस्करण,नेशनल पब्लिशिंग हाउस,1986,हीरानन्द शास्त्री स्मारक व्याख्यान-माला,,8121400317,,https://cir.nii.ac.jp/crid/1130282272680807168