न्यायावतारवार्तिक-वृत्ति (न्यायावतारसूत्र-तद्वार्तिक-तदीयवृत्ति-समवेत-विस्तृतहिन्दीटिप्पण-अनेक परिशिष्ट-सुविस्तृत प्रस्तावना आदि बहुविषय समलंकृत)
書誌事項
- タイトル
- "न्यायावतारवार्तिक-वृत्ति (न्यायावतारसूत्र-तद्वार्तिक-तदीयवृत्ति-समवेत-विस्तृतहिन्दीटिप्पण-अनेक परिशिष्ट-सुविस्तृत प्रस्तावना आदि बहुविषय समलंकृत)"
- 責任表示
- श्रीशान्तिसूरिविरचित ; संपादक दलसुख मालवणिया
- 出版者
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- सिंघी जैनशास्त्र शिक्षापीठ, भारतीय विद्य भवन
- 出版年月
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- 1949
- 書籍サイズ
- 27 cm
- タイトル別名
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- न्याय अवतार वार्तिक वृत्ति न्याय अवतार सूत्र तद्वार्तिक तदीय वृत्ति समवेत विस्तृत हिन्दी टिप्पण अनेक परिशिष्ट सुविस्तृत प्रस्तावना आदि बहुविषय समलंकृत
- Nyāyāvatāravārtika-vṛtti of Śrī Śānti Sūri
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注記
In Sanskrit; notes and prefatory matter in Hindi
English title on added title: Nyāyāvatāravārtika-vṛtti of Śrī Śānti Sūri
Summary: Verse and prose commentaries, with text, on Nyāyāvatārasūtra, verse treatise on Jain logic, by Siddhasena Divākara
Includes bibliographical references
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詳細情報 詳細情報について
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- CRID
- 1130000793670579456
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- NII書誌ID
- BA18440051
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- LCCN
- 83910424
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- Web Site
- https://lccn.loc.gov/83910424
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- 出版国コード
- ii
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- タイトル言語コード
- sa
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- 出版地
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- बंबइ
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- 分類
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- LCC: BC25
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- データソース種別
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- CiNii Books