जैमिनीयन्यायमाला अर्थात् मीमांसाधिकरणन्यायमाला : श्रीबुक्कणमहाराजामात्यवरेण श्रीमाधवाचार्येण विरचिता, स्वविरचितविस्तराख्यव्याख्यया विभूषिता, तत्तदधिकरणप्रदर्शकमहर्षिजैमिनिप्रणीतधर्मसूत्रैः पर्यलंकृता
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Bibliographic Information
- Title
- "जैमिनीयन्यायमाला अर्थात् मीमांसाधिकरणन्यायमाला : श्रीबुक्कणमहाराजामात्यवरेण श्रीमाधवाचार्येण विरचिता, स्वविरचितविस्तराख्यव्याख्यया विभूषिता, तत्तदधिकरणप्रदर्शकमहर्षिजैमिनिप्रणीतधर्मसूत्रैः पर्यलंकृता"
- Statement of Responsibility
- जयपुरमहाराजाश्रितेन संस्कृतपाठशालाध्यापकेन दाधीचपण्डितबदरीनाथात्मजेन शिवदत्तशर्मणा संशोधिता
- Publisher
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- आनन्दाश्रममुद्रणालये
- 2. आवृत्ति
- Publication Year
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- 1916
- Book size
- 25 cm
- Other Title
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- जैमिनीय न्याय माला अर्थात् मीमांसा अधिकरण न्याय माला : श्री बुक्कण महाराज आमात्य वरेण श्री माधव आचार्येण विरचिता, स्वविरचित विस्तर आख्य व्याख्यया विभूषिता, तत् तत् अधिकरण प्रदर्शक महर्षि जैमिनि प्रणीत धर्म सूत्रैः पर्यलंकृता
- जैमिनीय न्याय माला अर्थात् मीमांसा अधिकरण न्याय माला : श्री बुक्कण महाराज आमात्य वरेण श्री माधव आचार्येण विरचिता, स्वविरचित विस्तर आख्य व्याख्यया विभूषिता, तत् तत् अधिकरण प्रदर्शक महर्षि जैमिनि प्रणीत धर्म सूत्रैः पर्यलंकृता
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In Sanskrit
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Details 詳細情報について
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- CRID
- 1130000793774234112
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- NII Book ID
- BA6643820X
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- Text Lang
- sa
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- Country Code
- ii
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- Title Language Code
- sa
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- Place of Publication
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- पुण्याख्यपत्तने
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- Subject
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- LCSH: Mimamsa
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- Data Source
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- CiNii Books