श्रीमदुदयनाचार्यप्रणीतः न्यायकुसुमाञ्जलिः : व्याख्याचतुष्टयोपेतः सटिप्पणः : श्रीमद्वरदराजप्रणीतया "बोधन्या" महोपाध्यायश्रीवर्धमानोपाध्यायप्रणीतेन "प्रकाशेन" नैयायिकशिरोमणिश्रीमेघठक्कुरप्रणीतया "प्रकाशिकया" (जलदेन) महोपाध्यायश्रीरुचिदत्तोपाध्यायप्रणीतेन "मकरन्देन" सर्वतन्त्रस्वतन्त्रश्रीधर्मदत्त (बच्चाझा) प्रणीतया "टिप्पण्या" च समुल्लसितः

CiNii Available at 10 libraries

Bibliographic Information

Title
"श्रीमदुदयनाचार्यप्रणीतः न्यायकुसुमाञ्जलिः : व्याख्याचतुष्टयोपेतः सटिप्पणः : श्रीमद्वरदराजप्रणीतया "बोधन्या" महोपाध्यायश्रीवर्धमानोपाध्यायप्रणीतेन "प्रकाशेन" नैयायिकशिरोमणिश्रीमेघठक्कुरप्रणीतया "प्रकाशिकया" (जलदेन) महोपाध्यायश्रीरुचिदत्तोपाध्यायप्रणीतेन "मकरन्देन" सर्वतन्त्रस्वतन्त्रश्रीधर्मदत्त (बच्चाझा) प्रणीतया "टिप्पण्या" च समुल्लसितः"
Statement of Responsibility
सम्पादकौ, पद्मप्रसादोपाध्यायः, तथा ढुण्ढिराजशास्त्री ; प्राक्कथनलेखकः, गोपीनाथकविराज ; प्रस्तावनालेखकः, राजेश्वरशास्त्री द्राविडः
Publisher
  • चौखम्बा-संस्कृत-सीरिज आफिस
  • 2. आवृत्तिः
Publication Year
  • 1957
Book size
26 cm
Other Title
  • श्रीमत् उदयन आचार्य प्रणीतः न्याय कुसुमाञ्जलिः : व्याख्या चतुष्टय उपेतः सटिप्पणः : श्रीमत् वरद राज प्रणीतया बोधन्या महोपाध्याय श्री वर्धमान उपाध्याय प्रणीतेन प्रकाशेन नैयायिक शिरोमणि श्री मेघ ठक्कुर प्रणीतया प्रकाशिकया जलदेन महोपाध्याय श्री रुचिदत्त उपाध्याय प्रणीतेन मकरन्देन सर्वतन्त्र स्वतन्त्र श्री धर्मदत्त बच्चा झा प्रणीतया टिप्पण्या च समुल्लसितः
  • The Nyāya kusumāñjali of Śrī Udayanāchārya with four commentaries : the Bodhinī, Prakāśa, Prakāśikā (Jalada) and Makaranda by Varadrāja, Vardhamānopādhyāya, Mecha Thakkura and Ruchidaṭṭopādhyāya and notes by Śrī Dharmadaṭṭa (Bachchā Jhā)
  • श्रीमत् उदयन आचार्य प्रणीतः न्याय कुसुमाञ्जलिः : व्याख्या चतुष्टय उपेतः सटिप्पणः : श्रीमत् वरद राज प्रणीतया बोधन्या महोपाध्याय श्री वर्धमान उपाध्याय प्रणीतेन प्रकाशेन नैयायिक शिरोमणि श्री मेघ ठक्कुर प्रणीतया प्रकाशिकया जलदेन महोपाध्याय श्री रुचिदत्त उपाध्याय प्रणीतेन मकरन्देन सर्वतन्त्र स्वतन्त्र श्री धर्मदत्त बच्चा झा प्रणीतया टिप्पण्या च समुल्लसितः
  • न्यायकुसुमाञ्जलिः : मेघठक्कुररचितप्रकाशिका(जलद)युतेन रुचिदत्तोपाध्यायकृतमकरन्दोद्भासितेन झोपाख्यधर्मदत्तनिर्मितटिप्पण्यन्वितेन वर्धमानोपाध्यायकृतप्रकाशेन वरदाराजकृतबोधन्या च सहितः
  • न्याय कुसुमाञ्जलिः : मेघ ठक्कुर रचित प्रकाशिका (जलद) युतेन रुचिदत्त उपाध्याय कृत मकरन्द उद्भासितेन झा उपाख्य धर्मदत्त निर्मित टिप्पणि अन्वितेन वर्धमान उपाध्याय कृत प्रकाशेन वरदाराज कृत बोधन्या च सहितः
  • न्यायकुसुमाञ्जलिः : व्याख्याचतुष्टयोपेतः, सर्वतन्त्रस्वतन्त्रश्रीबच्चाझाप्रणीतटिप्पण्या समलङ्कृतः

Search this Book/Journal

Notes

Text in Sanskrit; foreword in English; introd. in Sanskrit

"Edited by Padmaprasāda Upādhyāya & Dhuṇḍhirāja Śāstrī ; with foreword by Gopināth Kavirāj ; and introdution by Rajeśwara Śāstrī Drāviḍa" --Added t.p

Added t.p. in English

PUB: Varanasi (Banaras) : Chowkhamba Sanskrit Series Office

"चौखम्बा संस्कृत संस्थान, वाराणसी" --Cover

Nyāya philosophy

Includes indices

Related Books

See more

Details 詳細情報について

  • CRID
    1130000794615058688
  • NII Book ID
    BA57373500
  • Text Lang
    sa
  • Country Code
    ii
  • Title Language Code
    sa
  • Place of Publication
    • बनारस
  • Classification
  • Subject
  • Data Source
    • CiNii Books
Back to top