वाक्यपदीयम् (ब्रह्मकाण्डम्) : न्याय-व्याकरण-साहित्याचार्यपण्डितश्रीसूर्यनारायणशुक्लेन स्वप्रणीतेन भावप्रदीपाख्यव्याख्यानेन टिप्पणेन च समलंकृतम्
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書誌事項
- タイトル
- "वाक्यपदीयम् (ब्रह्मकाण्डम्) : न्याय-व्याकरण-साहित्याचार्यपण्डितश्रीसूर्यनारायणशुक्लेन स्वप्रणीतेन भावप्रदीपाख्यव्याख्यानेन टिप्पणेन च समलंकृतम्"
- 責任表示
- भर्तृहरिविरचितं ; रामगोविन्दशुक्लेन हिन्दीव्याख्यया विशिष्टया भूमिकया च समलंकृत्य सम्पादितम् ; परिशिष्टलेखकः रुद्रसादो ऽवस्थी
- 出版者
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- चौखम्भा संस्कृत संस्थान
- 3. संस्करण
- 出版年月
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- 1975
- 書籍サイズ
- 23 cm
- タイトル別名
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- वाक्य पदीयम् (ब्रह्मन् काण्डम्) : न्याय व्याकरण साहित्य आचार्य पण्डित श्री सूर्यनारायण शुक्लेन स्व प्रणीतेन भाव प्रदीप आख्य व्याख्यानेन टिप्पणेन च समलंकृतम्
- Vākyapadīya : a treatise on the philosophy of Sanskrit grammar by Bhartṛhari (Brahma-kāṇḍa) : with the Bhāvapradīpa Sanskit commentary & notes by Śrī Sūryanārāyaṇa Śukla
- वाक्य पदीयम् (ब्रह्मन् काण्डम्) : न्याय व्याकरण साहित्य आचार्य पण्डित श्री सूर्यनारायण शुक्लेन स्व प्रणीतेन भाव प्रदीप आख्य व्याख्यानेन टिप्पणेन च समलंकृतम्
- वाक्यपदीयम् : "भावप्रदीप" संस्कृत-हिन्दीव्याख्योपेतम्
- वाक्य पदीयम् : "भाव प्रदीप" संस्कृत हिन्दी व्याख्या उपेतम्
- व्याकरण विभागे
- Vyākaraṇavibhāga
- Vyākaraṇa section no. 15
- 統一タイトル
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注記
Classical verse work on semantics and philosophy of Sanskrit grammar with commentaries
Sanskrit text with commentaries in Sanskrit and Hindi; prefatory matter in Hindi
Added t.p. in English
"Edited with Hindi commentary etc., by Rāmagovinda Śukla ; author of the pariśiṣṭa, Śrī Rudraprasāda Avasthī" --Added t.p
PUB: Varanasi : Chaukhambha Sanskrit Sansthan
Includes index
See also <BA03743683>
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詳細情報 詳細情報について
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- CRID
- 1130000795525829888
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- NII書誌ID
- BA82281266
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- 出版国コード
- ii
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- タイトル言語コード
- sa
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- 出版地
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- वाराणसी
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- 統一タイトルID
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- データソース種別
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- CiNii Books