उत्तराध्ययनसूत्र : मूलपाठ, हिन्दी अनुवाद-विवेचन-टिप्पण-परिशिष्ट युक्त

CiNii 所蔵館 1館

書誌事項

タイトル
"उत्तराध्ययनसूत्र : मूलपाठ, हिन्दी अनुवाद-विवेचन-टिप्पण-परिशिष्ट युक्त"
責任表示
आद्य संयोजक तथा प्रधान सम्पादक, युवाचार्य मिश्रीमलजी महाराज "मधुकर" ; अनुवादक-विवेचक-सम्पादक, राजेन्द्रमुनि शास्त्री
出版者
  • श्री आगमप्रकाशन समिति
  • 3. संस्करण
出版年月
  • 2000
書籍サイズ
25 cm
タイトル別名
  • उत्तराध्ययन सूत्र : मूल पाठ, हिन्दी अनुवाद विवेचन टिप्पण परिशिष्ट युक्त
  • Uttarādhyayana sutra : original text with variant readings, Hindi version, notes, annotations and appendices etc
  • उत्तराध्ययन सूत्र : मूल पाठ, हिन्दी अनुवाद विवेचन टिप्पण परिशिष्ट युक्त
  • उत्तरज्झयणाणि
  • Uttarādhyayansūtr : mūlpāṭh, Hindī anuvād-vivecan-ṭippaṇ-pariśishṭh yukt
統一タイトル

この図書・雑誌をさがす

注記

Prakrit text with translation and annotation in Hindi; introductory matter in Hindi

Added t.p. in English

"Convener & founded editor, Mishrimalji Maharaj "Madhukar" ; translator & annotator, Rajendra Muni Shastri"--Added t.p

At head of title: परमश्रद्धेय गुरुदेव पूज्य श्री जोरावरमलजी महाराज की पुण्यस्मृति में आयोजित

PUB: Beawar (Raj.) : Shri Agam Parkashan Samiti

Summary: Jaina canonical text

Includes bibliographical references and index

関連図書・雑誌

もっと見る

詳細情報 詳細情報について

  • CRID
    1130000795872520192
  • NII書誌ID
    BA58375385
  • 出版国コード
    ii
  • タイトル言語コード
    hi
  • 出版地
    • ब्यावर (राजस्थान)
  • 統一タイトルID
  • 分類
  • データソース種別
    • CiNii Books
ページトップへ