शतकत्रयम् : दाक्षिणात्यवाचनानुगतं सटीकं ग्रन्थसङ्कलनम्
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書誌事項
- タイトル
- "शतकत्रयम् : दाक्षिणात्यवाचनानुगतं सटीकं ग्रन्थसङ्कलनम्"
- 責任表示
- भर्तृहरि-विरचितं ; दामोदर धर्मानन्द कोसंबी विद्वद्वरेण संशोध्य परिष्कृतम् ; क० वे० कृष्णमूर्तिशर्मणा संशोधितया टीकया समलङ्कृतम्
- 出版者
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- भारतीय विद्या भवन
- 出版年月
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- 1946
- 書籍サイズ
- 25 cm
- タイトル別名
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- शतक त्रयम् : दाक्षिणात्य वाचन अनुगतम् सटीकम् ग्रन्थ सङ्कलनम्
- Śataka-trayam of Bhartṛhari : the southern archetype of the three centuries of epigrams ascribed to Bhartṛhari
- शतक त्रयम् : दाक्षिणात्य वाचन अनुगतम् सटीकम् ग्रन्थ सङ्कलनम्
- Śatakatraya
- नीति शतकम्
- शृङ्गार शतकम्
- वैराग्य शतकम्
- Nītiśataka
- Śr̥ṅgāraśataka
- Vairāgyaśataka
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注記
Poems
Text and commentary in Sanskrit; prefatory matter in English
Added t.p. in English
"For the first time critically edited by D.D. Kosambi ; with an anonymous Sanskrit commentary edited by Pt. K.V. Krishnamoorthi Sharma"--Added t.p
PUB: Bombay : Bharatiya Vidya Bhavan
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詳細情報 詳細情報について
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- CRID
- 1130000796019367424
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- NII書誌ID
- BA83445981
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- 本文言語コード
- sa
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- 出版国コード
- ii
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- タイトル言語コード
- sa
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- 出版地
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- मुंबई
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- データソース種別
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- CiNii Books