रावणवह-महाकाव्यम् : "दहमुहवहा" परनामधेयं "सेतुबन्धा" न्यभिधम् : अज्ञातनामकेन टीकाकारेण रचितया रावणवध-सेतुतत्त्वचन्द्रिकाख्यया नवाविष्कृतया प्राचीनया संस्कृतव्याख्यया समेतम्

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Bibliographic Information

Title
"रावणवह-महाकाव्यम् : "दहमुहवहा" परनामधेयं "सेतुबन्धा" न्यभिधम् : अज्ञातनामकेन टीकाकारेण रचितया रावणवध-सेतुतत्त्वचन्द्रिकाख्यया नवाविष्कृतया प्राचीनया संस्कृतव्याख्यया समेतम्"
Statement of Responsibility
राजश्रीप्रवरसेनविरचितं ; श्रीराधागोविन्द-वसाकेन सम्पादितम्
Publisher
  • Sanskrit College
Publication Year
  • 1959
Book size
25 cm
Other Title
  • रावण वह महत् काव्यम् : "दहमुहवहा" पर नामधेयं "सेतुबन्धा" न्यभिधम् : अज्ञात नामकेन टीका कारेण रचितया रावण वध सेतु तत्त्व चन्द्रिका आख्यया नव आविर् कृतया प्राचीनया संस्कृत व्याख्यया समेतम्
  • Pravarasena's Rāvaṇavaha-mahākāvyam : with the commentary of Setu-Tattva-Candrikā
  • रावण वह महत् काव्यम् : "दहमुहवहा" पर नामधेयं "सेतुबन्धा" न्यभिधम् : अज्ञात नामकेन टीका कारेण रचितया रावण वध सेतु तत्त्व चन्द्रिका आख्यया नव आविर् कृतया प्राचीनया संस्कृत व्याख्यया समेतम्

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Notes

Prakrit epic

Text in Prakrit and Sanskrit; introductory matter in English

Added t.p. in English

"Edited by Radhagovinda Basak"--Added t.p

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