सूत्रकृतांगसूत्र : पंचम गणधर भगवत् सुधर्मस्वामि-प्रणीत द्वितीय अंग : मूल पाठ, हिन्दी अनुवाद-विवेचन-टिप्पण-परिशिष्ट युक्त

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Bibliographic Information

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"सूत्रकृतांगसूत्र : पंचम गणधर भगवत् सुधर्मस्वामि-प्रणीत द्वितीय अंग : मूल पाठ, हिन्दी अनुवाद-विवेचन-टिप्पण-परिशिष्ट युक्त"
Statement of Responsibility
सम्पादक-अनुवादक-विवेचक, श्रीचन्द् सुराना "सरस"
Publisher
  • श्री आगम प्रकाशन समिति
Publication Year
  • 1982
Book size
26 cm
Other Title
  • सूत्र कृत अंग सूत्र : पंचम गणधर भगवत् सुधर्म स्वामी-प्रणीत द्वितीय अंग : मूल पाठ, हिन्दी अनुवाद-विवेचन-टिप्पण-परिशिष्ट युक्त
  • सूयगडंगसुत्तं
  • Sūtrakrtāṅga : Fifth Ganadhara Sudharma Swami compiled second aṅga : original text with variant readings, Hindi version, notes, annotations and appendices etc
  • सिरि सूयगडंग सुत्तं
  • सूत्र कृत अंग सूत्र : पंचम गणधर भगवत् सुधर्म स्वामी-प्रणीत द्वितीय अंग : मूल पाठ, हिन्दी अनुवाद-विवेचन-टिप्पण-परिशिष्ट युक्त
  • सूयगडंग सुत्तं
Uniform Title

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Notes

Text in Hindi and Prakrit; introductory matter in Hindi

Added t.p. in English

Other title from preceding t.p

"Editor, translator & annotator, Srichand Surana 'Saras'"--Added t.p

Publisher on added t.p. in English: Beawar, Raj. : Sri Agama Prakashan Samiti

Summary: Jaina canonical text

Bibliography: v. 1, p. [510]-515

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