दण्डिकृतं काव्यादर्शापराभिधम् काव्यलक्षणम् : रत्नश्रीज्ञानकृतया रत्नश्रिया टीकया समलंकृतम्
CiNii
所蔵館 2館
書誌事項
- タイトル
- "दण्डिकृतं काव्यादर्शापराभिधम् काव्यलक्षणम् : रत्नश्रीज्ञानकृतया रत्नश्रिया टीकया समलंकृतम्"
- 責任表示
- ठक्कुरोपाह्वश्रीमदनन्तलालदेवशर्मणा, तथा उपाध्यायोपाह्वश्रीमदुपेन्द्रशर्मणा च संस्कृतम्
- 出版者
-
- मिथिलाविद्यापीठप्रधान
- 出版年月
-
- 1957
- 書籍サイズ
- 25 cm
- タイトル別名
-
- दण्डि कृतं काव्य आदर्श अपर अभिधम् काव्य लक्षणम् : रत्नश्रीज्ञान कृतया रत्नश्रिया टीकया समलंकृतम्
- Kavyalakṣaṇa of Daṇḍin : also known as Kāvyādarśa : with commentary called Ratnaśrī of Ratnaśrījñāna
- दण्डि कृतं काव्य आदर्श अपर अभिधम् काव्य लक्षणम् : रत्नश्रीज्ञान कृतया रत्नश्रिया टीकया समलंकृतम्
- प्राचीन आचार्य ग्रन्थ आवली
この図書・雑誌をさがす
注記
In Sanskrit, introduction in English
Added t.p. in English
"Edited by Anantalal Thakur, and Upendra Jha" -- Added t.p
PUB: Darbhanga : Mithila Institute of Post-Graduate Studies and Research in Sanskrit Learning -- Added t.p
- Tweet
詳細情報 詳細情報について
-
- CRID
- 1130282269914633728
-
- NII書誌ID
- BA56732200
-
- 出版国コード
- ii
-
- タイトル言語コード
- sa
-
- 出版地
-
- [दरभंगा]
-
- データソース種別
-
- CiNii Books