न्यायबिन्दुप्रकरणम् : आर्यविनीतदेव-धर्मोत्तरकृतटीकाभ्यां समुपवृंहितम् : प्रत्यक्षपरिच्छेदपर्यन्तं च अज्ञातकर्तृक-धर्मोत्तरटीकाटिप्पणीसनाथम् (हिन्दी-इंग्लिशरूपान्तरसहितं च)
Bibliographic Information
- Title
- "न्यायबिन्दुप्रकरणम् : आर्यविनीतदेव-धर्मोत्तरकृतटीकाभ्यां समुपवृंहितम् : प्रत्यक्षपरिच्छेदपर्यन्तं च अज्ञातकर्तृक-धर्मोत्तरटीकाटिप्पणीसनाथम् (हिन्दी-इंग्लिशरूपान्तरसहितं च)"
- Statement of Responsibility
- आचार्यधर्मकीर्त्तिविरचितम् ; सम्पादकः, स्वामी द्वारिकादासशास्त्री
- Publisher
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- बौद्धभारती
- Publication Year
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- 1985
- Book size
- 23 cm
- Other Title
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- न्याय बिन्दु प्रकरणम् : आर्य विनीतदेव धर्मोत्तर कृत टीकाभ्याम् समुपवृंहितम् : प्रत्यक्ष परिच्छेद पर्यन्तम् च अज्ञात कर्तृक धर्मोत्तर टीका टिप्पणी सनाथम् (हिन्दी इंग्लिश रूपान्तर सहितम् च)
- Nyāyabindu of Acharya Dharmakirtti : with the commentaries by Arya Vinitadeva & Dharmottara & Dharmottar-tika-tippani
- न्यायबिन्दुप्रकरणम् (टीकानुटीकोपेतम्)
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Notes
In Sanskrit; summaries in English and Hindi
Summary: Aphoristic work, with commentaries, on Buddhist epistemology and logic
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Details 詳細情報について
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- CRID
- 1130282270154984448
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- NII Book ID
- BA14248948
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- LCCN
- 86902165
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- Web Site
- https://lccn.loc.gov/86902165
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- Text Lang
- sa
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- Country Code
- ii
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- Title Language Code
- sa
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- Place of Publication
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- वाराणसी
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- Classification
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- LCC: BQ3190
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- Subject
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- Data Source
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- CiNii Books