महाकविशूद्रकप्रणीतम् मृच्छकटिकम् : सविमर्श"भावप्रकाशिका" संस्कृत-हिन्दीव्याख्योपेतम्
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書誌事項
- タイトル
- "महाकविशूद्रकप्रणीतम् मृच्छकटिकम् : सविमर्श"भावप्रकाशिका" संस्कृत-हिन्दीव्याख्योपेतम्"
- 責任表示
- व्याख्याकारः सम्पादकश्च, जयशङ्कर लाल त्रिपाठी ; प्रस्तावकः, विश्वनाथ भट्टाचार्यः
- 出版者
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- कृष्णदास अकादमी
- 出版年月
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- 1986
- 書籍サイズ
- 22 cm
- タイトル別名
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- महाकवि शूद्रक प्रणीतम् मृद् शकटिकम् : सविमर्श भाव प्रकाशिका संस्कृत हिन्दी व्याख्या उपेतम्
- Mrichchhakatika of Sūdraka
- महाकवि शूद्रक प्रणीतम् मृद् शकटिकम् : सविमर्श भाव प्रकाशिका संस्कृत हिन्दी व्याख्या उपेतम्
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注記
Text in Sanskrit and Hindi
Added t.p. in English
"Edited with "Bhavaprakasika" Sanskrit-Hindi commentaries by Jaya Shankar Lal Tripathi ; foreword by Bishwanath Bhattacharya" -- Added t.p.
PUB: Varanasi : Krishnadas Academy -- Added t.p.
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詳細情報 詳細情報について
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- CRID
- 1130282272671125632
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- NII書誌ID
- BA57142789
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- 出版国コード
- ii
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- タイトル言語コード
- sa
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- 出版地
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- वाराणसी
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- データソース種別
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- CiNii Books