भक्तामर-कल्याणमन्दिर-नमिऊण-स्तोत्रत्रयम् : विविधव्याख्यापरिशिष्टभूमिकादिविभूषितं
CiNii
Available at 1 libraries
Bibliographic Information
- Title
- "भक्तामर-कल्याणमन्दिर-नमिऊण-स्तोत्रत्रयम् : विविधव्याख्यापरिशिष्टभूमिकादिविभूषितं"
- Statement of Responsibility
- संशोधकः, हीरालालः
- Publisher
-
- [श्रेष्ठि-देवचन्दलालभाई-जैनपुस्तकोद्धारकोश]
- Publication Year
-
- [1927]
- Book size
- 26 cm
- Other Title
-
- भक्तामर कल्याणमन्दिर नमिऊण स्तोत्र त्रयम् : विविध व्याख्या परिशिष्ट भूमिका आदि विभूषितम्
- भक्तामर कल्याणमन्दिर नमिऊण स्तोत्र त्रयम् : विविध व्याख्या परिशिष्ट भूमिका आदि विभूषितम्
- श्रीमन्मानतुङ्गसूरिवर्यविरचितं भक्तामरस्तोत्रम् : श्रीगुणाकरसूरिकृतविवृति-महोपाध्यायश्रीमेघविजयकृतवृत्तिविभूषितम्
- श्रीमत् मानतुङ्गसूरिवर्य विरचितम् भक्तामर स्तोत्रम् : श्री गुणाकरसूरि कृत विवृति महोपाध्याय श्री मेघविजय कृत वृत्ति विभूषितम्
- आचार्यश्रीसिद्धसेनदिवाकरकृतं कल्याणमन्दिरस्तोत्रम् : श्रीकनककुशलगणिगुम्फितवृत्ति-श्रीमाणिक्यचन्द्रमुनीशसूत्रितविवृतिविभूषितम्
- आचार्य श्री सिद्धसेनदिवाकर कृतम् कल्याणमन्दिर स्तोत्रम् : श्री कनककुशलगणि गुम्फित वृत्ति श्री माणिक्यचन्द्रमुनीश सूत्रित विवृति विभूषितम्
- श्रीमानतुङ्गसूरिप्रणीतं भयहरेत्यपरनामकं नमिऊणस्तोत्रम् : चिरन्तनमुनिरत्नरचितावचूरिसमेतम्
- श्री मानतुङ्गसूरि प्रणीतम् भयहर इति अपरनामकम् नमिऊण स्तोत्रम् : चिरन्तनमुनिरत्न रचित अवचूरि समेतम्
- Bhaktāmara-Kalyāṇamandira-Nāmiūṇa-stotratraya
- Bhaktamārastotra
- Kalyāṇamandirastotra
- Namiūṇastotra
Search this Book/Journal
Notes
In Sanskrit; partially in English; introductory matter in Sanskrit, Gujarati and English
Title page lacked. Title from cover
Foreword in English by Hermann Jacobi : Bonn : 1927
PUB: [Surata] : [Śreṣṭhi-Devacandalālabhāī-Jainapustakoddhārakośa]
Includes indexes
- Tweet
Details 詳細情報について
-
- CRID
- 1130282272688824960
-
- NII Book ID
- BA02050648
-
- Country Code
- ii
-
- Title Language Code
- sa
-
- Place of Publication
-
- [सुरत]
-
- Data Source
-
- CiNii Books