जल भीतर इक बृच्छा उपजै : छत्तीसगढ़ की छह सौ वर्षों (सन् 1400-2000) की सुदीर्घ काव्य-यात्रा का संचयन

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書誌事項

タイトル
"जल भीतर इक बृच्छा उपजै : छत्तीसगढ़ की छह सौ वर्षों (सन् 1400-2000) की सुदीर्घ काव्य-यात्रा का संचयन"
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संपादन, रमेश अनुपम
出版者
  • नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया
  • 1. संस्करण
出版年月
  • 2008
書籍サイズ
22 cm
タイトル別名
  • Jal bhitar ik brichchha upjae

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注記

Description based on: 1. आवृत्ति, 2009

Poems

Hindi and Chhattisgarhi; two poems translated from Bengali

"Jal bhitar ik brichchha upjae"--T.p. verso

Summary: Anthology chiefly by Hindi authors from Chhattīsgarh, India; covers the period, 1400-2000 A.D

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