स्पर्श-कर्म-प्रकृत्यनुयोगद्वाराणि : वर्गणानामधेये : हिन्दीभाषानुवाद-तुलनात्मकटिप्पण-प्रस्तावना आदि अनेकपरिशिष्टैः सम्पादितानि

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Bibliographic Information

Title
"स्पर्श-कर्म-प्रकृत्यनुयोगद्वाराणि : वर्गणानामधेये : हिन्दीभाषानुवाद-तुलनात्मकटिप्पण-प्रस्तावना आदि अनेकपरिशिष्टैः सम्पादितानि"
Statement of Responsibility
ग्रंथसम्पादकः, हीरालालो जैनः ; सहसम्पादकौ फूलचन्द्रः सिध्दान्तशास्त्री, बालचन्द्रः सिध्दान्तशास्त्री
Publisher
  • जैन संस्कृति संरक्षक संघ
  • संशोधित 3. आवृत्ति
Publication Year
  • 2006
Book size
25 cm
Other Title
  • स्पर्श कर्मन् प्रकृति अनुयोग द्वाराणि : वर्गणा नामधेये : हिन्दी भाषा अनुवाद तुलन आत्मक टिप्पण प्रस्तावना अनेक परिशिष्टैः सम्पादितानि
  • स्पर्श-कर्म-प्रकृत्यनुयोगद्वाराणि
  • Sparsha-karma-prakrti anuyogadwaras
  • स्पर्श कर्मन् प्रकृति अनुयोग द्वाराणि : वर्गणा नामधेये : हिन्दी भाषा अनुवाद तुलन आत्मक टिप्पण प्रस्तावना आदि अनेक परिशिष्टैः सम्पादितानि
  • स्पर्श कर्मन् प्रकृति अनुयोग द्वार
  • The Shatkhandagama of Pushpadanta and Bhootabali with the commentary Dhavala of Veerasena
  • षट् खंड आगमः : श्री वीरसेन आचार्य विरचित धवला टीका समन्वितः

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Notes

Prakrit text and Hindi translation; introductory matter in Hindi

Added t.p. in English: Sparsha-karma-prakrti anuyogadwaras / edited with introduction, translation, notes and indexes by Hiralal Jain ; assisted by Phoolachandra Siddhanta Shastri, Balachandra Siddhanta Shastri

Publisher on added t.p. in English: Solapur : Jain Sanskriti Sanrakshaka Sangha

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Details 詳細情報について

  • CRID
    1130282273208839296
  • NII Book ID
    BB28943475
  • Country Code
    ii
  • Title Language Code
    sa
  • Place of Publication
    • सोलापूर
  • Data Source
    • CiNii Books
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