रस-मंजरी : अर्थात्, संस्कृत-साहित्य के अनेक सुप्रसिद्ध ग्रंथों के मतानुसार अभिधा, लक्षणा, व्यंजना, ध्वनि और नवरस विवेचनात्मक हिंदी-साहित्य का अपूर्ण ग्रंथ

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書誌事項

タイトル
"रस-मंजरी : अर्थात्, संस्कृत-साहित्य के अनेक सुप्रसिद्ध ग्रंथों के मतानुसार अभिधा, लक्षणा, व्यंजना, ध्वनि और नवरस विवेचनात्मक हिंदी-साहित्य का अपूर्ण ग्रंथ"
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लेखक, कन्हैयालाल पोद्दार
出版者
  • गंगा-ग्रंथागार
  • परिवार्धित और संशोधित, 3. संस्करण
出版年月
  • 1991 [1934 or 1935]
書籍サイズ
19 cm
タイトル別名
  • Ras-manjri

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注記

In Hindi

Summary: On Poetics

Includes bibliographical references (p.[457]-459) and index

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